शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख नेता आदित्य ठाकरे ने विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “हमने सदन के सदस्य के रूप में आज शपथ नहीं लेने का फैसला किया है. जब कोई सरकार इतने बड़े बहुमत से सत्ता में आती है, तो जश्न मनाया जाता है. लेकिन सवाल यह उठता है कि यह जनादेश जनता का है या ईवीएम और चुनाव आयोग का.”